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कवि की कामना

यदि दो-चार जिंदगियों में भी खुशियों के उजाले ला सकूं तो वह कविता मे सब लोगों की जिंदगी मे उजाला लाने की कामना से बेहतर होगा क्योंकि जीवन से कटी कविता और डोर से कटी पतंग आखिर किस काम के ? ०६-०९-२००७ ११:५० पूर्वाह्न