tag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post5430849658423895726..comments2023-11-12T17:13:02.140+05:30Comments on प्रेम अकेला कर देता है: एक चिड़िया को फिर से मिला आशियानाKESHVENDRA IAShttp://www.blogger.com/profile/08624176577796237545noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post-60768802351713318092011-05-06T09:34:11.331+05:302011-05-06T09:34:11.331+05:30पहली बार आपके ब्लाग पर आना हुआ.. बहुत अच्छी कविताय...पहली बार आपके ब्लाग पर आना हुआ.. बहुत अच्छी कवितायें लिखते हैं आप. "एक चिड़िया को फिर से मिला आशियाना " बहुत अच्छा लगा...संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post-65446833653295929892011-05-05T14:58:46.392+05:302011-05-05T14:58:46.392+05:30bahut sunder.bahut sunder.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post-9292056408179708992011-05-02T23:08:02.324+05:302011-05-02T23:08:02.324+05:30वाह भाई वाह ...शुभकामनायें आपको !!वाह भाई वाह ...शुभकामनायें आपको !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post-1424912897377404912011-05-02T20:54:20.525+05:302011-05-02T20:54:20.525+05:30पवन भाई, आपकी शुभकामनाएँ पाकर मन प्रसन्न हो उठा. आ...पवन भाई, आपकी शुभकामनाएँ पाकर मन प्रसन्न हो उठा. आप भी बहुत दिनों से ब्लॉग की दुनिया से थोड़े दूर प्रशासन की दुनिया मे व्यस्त थे. आपकी ताज़ा गज़लों को पढ़ने का इंतज़ार रहेगा.KESHVENDRA IAShttps://www.blogger.com/profile/08624176577796237545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post-48914896825777114012011-04-30T11:24:22.256+05:302011-04-30T11:24:22.256+05:30केशव भाई.....
आपकी टिप्पणी पढ़ कर एकदम से मन आपके...केशव भाई.....<br /> आपकी टिप्पणी पढ़ कर एकदम से मन आपके ब्लॉग की तरफ भागा... झट से खोला.... पढ़ा पाया कि बहुत दिनों से आपके ब्लॉग पर न जा पाने से बहुत कुछ मिस कर गया था. एक शेर अपना एक पराया वाली नयी किस्त दिल-दिमाग को छु गयी.... नयी कविता , अन्ना हजारे , कुछ ग़ज़लें सब से मन में नया उल्लास जग गया. किएरल में लेखनी लगातार चल रही है,,, यह सुखद है.Pawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post-32129238472662370072011-04-29T22:35:51.948+05:302011-04-29T22:35:51.948+05:30पहली बार इस ब्लाग पर आना हुआ.. बहुत अच्छी कवितायें...पहली बार इस ब्लाग पर आना हुआ.. बहुत अच्छी कवितायें और गज़लें पढ़ने को मिलीं...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post-68866103945201468102011-04-29T22:33:40.962+05:302011-04-29T22:33:40.962+05:30संवेदनायें ही तो एक व्यक्ति को पशु-जगत से अलग करती...संवेदनायें ही तो एक व्यक्ति को पशु-जगत से अलग करती हैं,बल्कि यह कहना भी गलत होगा, क्योंकि जिन्हें हम पशु कहते हैं वे भी संवेदनायें और अनुभूतियां रखते हैं. एक प्रेरणादायक कविता हेतु धन्यवाद..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7092334361049796861.post-82519605525394155292011-04-29T07:13:12.310+05:302011-04-29T07:13:12.310+05:30उदास चिड़िया को फिर से मिला आशियाना ...
सुन्दर गीत ...उदास चिड़िया को फिर से मिला आशियाना ...<br />सुन्दर गीत !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com