उदासी के रंगों की खोज

विश्व की एक और बड़ी खोज यात्रा पर निकला हूँ मैं

और यह खोज यात्रा एक छोटी-सी दिखने वाली चीज की है

दुनिया में लोगों ने खोजे हैं हर भावना के रंग

प्रेम के, शांति के, क्रांति के...भावनाओं की हर भ्रान्ति के

उदासी के सच्चे रंग किसी को भी मालूम नही.



इस खोज यात्रा में एक-एक कर मुझे करना था

उन सारे रंगों का विश्लेषण जिन्हें

जोड़ा जाता है उदासी या उदास होने से.



सबसे पहले मैं पहुंचा श्वेत रंग के पास

देखा तो वह मुझे अपनी धवलता में खिलखिलाता मिला

श्वेत को उदासी से कैसे कोई जोड़ सकता है भला.



खोज यात्रा आगे बढ़ी

पहुची धूसर मटमैले रंगों के पास

उनके पास से आई मिट्टी की सोंधी खुशबू

और कुछ नए कोपलों के तुतले चहकते बोल

धूसर मटमैला तो बड़ा ही खुशमिजाज रंग निकला.



यात्रा आगे बढती रही.

और इस बार मैं नीले रंगों के तट पर उतरा

बड़ा गुमान था कि नीले रंगों की विशाल दुनिया में

कोई तो उदासी का रंग मिलेगा, मगर

समंदर की खिलखिलाती नीली लहरें मुझे

फेन से भरी जीभ दिखा कर भाग गयी.

मैं उसकी इस शरारत पर मुस्कराकर

वहां से बढ़ चला.



यात्रा को बढ़ते चलना था, बढ़ते रहे हम

और इस बार काले रंग के पास जा पहुचे

शोक और मातम से जिसे जोडती आई है दुनिया

स्यापा करती हुए औरतों का रंग...

मगर कुछ कजरारी आँखों ने

मटकते हुए मुझे डाटा कि

काला रंग भी उदास होता है कहीं.

सहमत सा मैं आगे बढ़ चला.



रास्ते में कहीं पीली सरसों के फूल इतराते मिले

कहीं इन्द्रधनुषी तितलियाँ बलखाती मिली

कहीं चटक रंगों के फूल खिलखिलाते मिले

कहीं लोग उत्सव के रंगों में डूबते-उतराते मिले

कहीं बावरी हवाओं की धुन पर झूमते-थिरकते

हरियाले पेड़ों के झुण्ड मिले.



और फिर, धीरे-धीरे उदासी के कुछ रंग

नजरों के सामने आने शुरू हुए-

भूख-से रोते बच्चों की आँख के आंसूओं का रंग

अब तक मन को उदास किये है

सूखते तालाब में जमी काई का हरा-सावला रंग

याद दिलाता हुआ-

न जाने कितनी ठहरी जिंदगियों के उदास रंगों की.

किसी विधवा की सूनी मांग की उदास कालिमा..

ज्वालामुखी से निकलते इन्द्रधनुषी रंगों का कोलाज

जिसके खूबसूरत रंग न जाने कितनी जिंदगियों

के रंगों को हमेशा के लिए खामोश कर देंगे.





जान गया हूँ अब तो मैं की

हर चटक रंग की अपनी उदासियाँ होती है.

यूँ तो उदासी का कोई रंग नही होता

पर उदासी वह रंग है जिसके साथ

जिन्दगी का हर रंग उदास होता है.

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